शहर का हर कोना रोया है जब एक बेटी का जिस्म लुटा गया सरकार दर सरकार मुह पटकती रह जाती है और दरिदें खुलेआम रहते है बेटी की इज्जत की बात मत करो यहा धर्म जाती की बाते जो होती है #बल्तकार एक पाप हर दरिंदे को सज़ा हो ये एक वरदान