क्यूँ तुफानों सी हलचल मची है मन में, प्रश्नवाचक की तरह क्यूँ मन पूछता है, कहाँ गये वो दिन वो मस्ती भरे पल, अतीत के पन्नों से खुरच-खुरच करआती है, वो स्मृतियाँ जो धूमिल तो हो जाती हैं, पर कभी मिटती नहीं। ©shashi kala mahto #क्यूँ