ख्वाबों का तसव्वुर आखों में उनके देखा है मैनें एक गरीब को अपने घर में मरते हुए देखा है मैनें कितनी शिद्दत से भूख प्यास से लड़ रहा था मैं ख्वाब में उसके बच्चे को भी डरते हुए देखा है मैनें उनकी चीख पुकार एक दूसरे अब भी कह रही थी मद्दत वाले हमने इस हाल में बिलखते हुए देखा है मैनें गरीबी का दर्द और जाति का बन्धन ख्वाबों भी एक दूसरे को उच नीच ख्वाबों में कहते हुए देखा है मैनें ये दर्द कम क्यूं नहीं होता है खुदा सबको तुमने बनाया गरीब मजलूमों पर जुल्म पे जुल्म ढाते हुए देखा है मैनें एक दर्द कम नहीं होता की दूसरा आ जाता है आरिफ ख्वाबों में गरीबो को रोते हुए देखा है मैनें ख्वाबों का तसव्वुर आखों में उनके देखा है मैनें एक गरीब को अपने घर में मरते हुए देखा है मैनें कितनी शिद्दत से भूख प्यास से लड़ रहा था मैं ख्वाब में उसके बच्चे को भी डरते हुए देखा है मैनें उनकी चीख पुकार एक दूसरे अब भी कह रही थी मद्दत वाले हमने इस हाल में बिलखते हुए देखा है मैनें