मुश्किल घड़ी और दोस्त खुशी हो या दर्द हो याद आते थे दोस्त हर "मुश्किल घड़ी" में दौड़े आते थे "दोस्त" बिछड़े जो बचपन के मेले में देखो जवानी में अब कहां नजर आते हैं दोस्त होकर फिर अपने कामों में मसरूफ #सूरी यूं धीरे धीरे बिछड़ जाते हैं दोस्त...🖊️ #Relationship #Decembar #Friendship #सूरी