मुझे साहिल पर नही रहना मौजों से लड़ना है, मुझे खामोश नही रहना इंकलाब कहना है।.. मैं एक ऐसा परिंदा हूँ जो सालों से बंदी है, मुझे अब पिजड़े मे नही रहना आसमां मे उड़ना है।. {Sabreen Nijam} अब परिंदे को आजाद कर दो.... #बेटीबचाओ#nojoto#परिंदा#कैद#साहिल Swetapadma Mishra