Nojoto: Largest Storytelling Platform

मोहब्बत एक कर्ज है उतारु इसे मैं कैसे वो है घर के

मोहब्बत एक कर्ज है उतारु इसे मैं कैसे 
वो है घर के मेरे सामने पुकारु मैं उसे कैसे वो बिगड़ा और बिगड़ गयी हालत मेरे घर की तन्हा हूँ तनहाइयों में समारु मैं इसे कैसे वो साथ अपने ले गए सब हिम्मतें सब होसले सामने खड़ा है राकिब पुकारू मैं उसे कैसे ।।

©Surbhi Awasthi #febkissday  Kshitija  ANOOP PANDEY  Ak.writer_2.0  ᴍʀ.x  sakshi Pandey  Rajesh kohli
मोहब्बत एक कर्ज है उतारु इसे मैं कैसे 
वो है घर के मेरे सामने पुकारु मैं उसे कैसे वो बिगड़ा और बिगड़ गयी हालत मेरे घर की तन्हा हूँ तनहाइयों में समारु मैं इसे कैसे वो साथ अपने ले गए सब हिम्मतें सब होसले सामने खड़ा है राकिब पुकारू मैं उसे कैसे ।।

©Surbhi Awasthi #febkissday  Kshitija  ANOOP PANDEY  Ak.writer_2.0  ᴍʀ.x  sakshi Pandey  Rajesh kohli