New Year 2024-25 माँग रहे हम क्षमा अंत में, कभी बने यदि दुःख का कारण। हमीं तुम्हारे कल के सुख दुःख, हमीं बनेंगे आज निवारण। ©सूर्यप्रताप स्वतंत्र #NewYear2024-25 #कविता_संगम