ये वृक्ष ही ताे है याराें जाे आखिरी नींद के वक्त अपनी आगाेश में पनाह देते है। हमारी मुक्ति की खातिर खुद काे भी जला देते है। हर इंसान अपनी जिंदगी मे लकड़ियाें का या पेड़ाे का चाहे जितना उपयाेग करे पर मृत्यु के पश्चात उसे मुक्ति के लिए भी पेड़ की आवश्यकता हाेती है।कितने स्वार्थी हाेते है हम इ्सान!सिर्फ उपभाेग करना जानते है पर कर्ज उतारना नहीं जानते।क्या यह हमारा फर्ज नहीं बनता कि हम कम से कम जिंदगी न सही मुक्ति का कर्ज ताे अदा करे और कम से कम हमने जितना उपभाेग किया है उतने पाैधें ताे जरूर लगाए.. पाैधें #आँक्सिजन #मुक्ति #पर्यावरणदिवस #हरियाली #yqbaba #yqdidi #yqtales #yq