आज कह दूं क्या, क्या कबूल करोगी तुम, समय निकल गया, तुम पर अधिकार भी ना है मेरा, फिर भी कह दूं क्या,तुम मुझे आज सुनोगी क्या.. माना ये भी कि तुम किसी और की हो गईं हो, पर क्या दो क़दम चलने में साथ दोगी मेरा.. तुम भी तो चाहती थी मुझे, मैं नादान था तुम्हें तो पता था.. फिर भी तुम मेरे पहल का इतंजार करती रहीं.. आज इस मोड़ पर मैं वो कह दूं, जिसका इतंजार तुम्हें भी था क्या??... Bonjour Stitchers 🙋🏻 Stitch on #QSजोमैंकहनासका from "Tere Bina" by Zaeden & Jonita Gandhi. #QSquoteasong #quotestitchers #yqquotestitchers #yqdidi #love #midnightthoughts #YourQuoteAndMine Collaborating with Quote Stitchers