ए कैसा घमंड हैं तेरी जिसमे तेरी औकात दिखाई दे रही हैं तुझे ए नहीं पता कि तेरे पीठ पीछे क्या बातें कर रहे हैं । कभी मुड़ के सुनना तेरी बातों को तुझे एहसास होगा तु कितनी बुरी हैं इसके बाद भी अगर तु ना सुधारा तु मनुष्य होने की लायक नहीं हैं । # मनुष्यता # घमंड #