अच्छा सुनो.. तुम्हे देखा तो यूँ लगा... जैसे पतझड़ में भी सावन के बरसात हुआ, तुम्हें देखा तो यूं लगा... जैसे जून के गर्मी में दिसंबर सा एहसास हुआ, तुम्हें देखा तो यूं लगा... जैसे बंजर जमीन पर कोई कमल खिल गया, 🥰 ©Amrit Yadav #AchaSuno