हाँ, वो कल यादगार था जो बीत गया। सूखे पड़े बगीचे जो दिल में खिल रहे थे, वो बादल बरसात सा सींच गया। घटाये जुल्फों में बिखर रही, वो सावन सा संवर गया। नज़र भर कर देखते थे, हां नज़र भर कर देखते थे। वो एक दौर था , जो बीत गया। ©Varun Mahera #Tommorrow #कल #याद #Love #nojohindi #Nojoto #Hindi