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अगर शाम ढलती रहे साये में तेरे... तो मंजूर है हर त

अगर शाम ढलती रहे साये में तेरे...
तो मंजूर है हर तपती दुपहरी मुझे । #dopahari
अगर शाम ढलती रहे साये में तेरे...
तो मंजूर है हर तपती दुपहरी मुझे । #dopahari