सच्ची महोब्बत की कदर नहीं थी उसे शायद इसलिए आज तलक अधूरी है यहां रूहानी नही जिस्मानी जरूरतें सबको करनी पूरी है उसने कहा तेरी आंखो मे हवश दिखती है( मैने कहा) मेरे दोस्त इश्क मे रिश्क और हवश दोनो जरूरी है।। तेरे हाथ पे मेरा नाम जरूरी है वर्ना खाली जमीं पे लोग हक जताने लगते है। पाक महोब्बत भी अच्छी नही होती नहीं तो लोग मर्दाना कमजोरी बताने लगते है #Sachhi mahobbat#Mardana