तकती हूं क्षितिज को किसी पर्वत अपार से कोई करा दे पार इस भवसागर संसार से कौन तकता है मुझे उन पर्वतों के पार से या अकेले हैं अब इस जीवन की मझधार में #nojotohindi#भवसागर#horizon