खिलती हुई , न जाने कब मुरझाने लगी , कल थी , आज नही , कहानी बचपन की , आँगन अपना था , आज किसी और की । सुप्रभात। ज़िन्दगी की कली, दिल में खिलती गई... #ज़िन्दगीकीकली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi