काश! कोई हमें भी मोहब्बत में इजहार करता। जमीं से उठाकर तारो के पास रखता ।। देता हमें भी वादे - किस्म हजार गुजारिश मे। उम्र भर ना सही गर हाथो में हाथ रखता ।। नाम का मेरे किताब मे एक गुलाब रखता।। सालो तक उसकी हिफाजत शरारे करता।। बंद आंखो में आंसुओ कि बूंद रखता। देख मुझे चेहरे पर हसीं मुस्कान रखता। ख्वाबों में मिलने का इंतजार करता।। चुप रहकर भी बाते हजार करता।। काश! कोई हमें भी इजहार करता।। गुलदस्ता ना सही हाथो में गुलाब रखता।। रवि...... ©ravi parihar #proposeday #लव #Affection #Affair #loV€fOR€v€R