मख़मली चद्दर सी ओढ़ कर सो जाता हूँ। कुछ पल के लिए ही सही सुकूँ पाता हूँ। जब मुझे परेशान करते हैं हालात आज के! पिछली भूलों को फिर से सुधार पाता हूँ। कुछ कड़वी,कुछ मीठी,थोड़ी नमकीन सी, मैं तो पुरानी यादों का पूरा लुत्फ़ उठाता हूँ। हर एक दिन कल के लिए यादगार ही तो है! ख़ुदा का शुक्र करके मैं नई यादें बनाता हूँ। 🎀 Challenge-186 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। आप अपने अनुसार लिख सकते हैं। कोई शब्द सीमा नहीं है। 🎀 कृपया कोरा काग़ज़ समूह के नियम एवं निर्देश अवश्य पढ़ लें। बाक़ी सभी ने हमारी ही नकल की है। 😊