#थारी-सोगन "थारे मनड़े आळी दिस नित आणे जाणे री पड़ गी आदत म्हारी, कोड समूचा थारे जी रा अब अपनाणे री पड़ गी आदत म्हारी, दिलवाणे नो तनो भरोसे, थारी इतरी सारी सोगन खाई म्हे, कि हमें बात-बात मो थारी सोगन खाणे री पड़ गी आदत म्हारी।" #चारण_गोविन्द #Poetry #चारण_गोविन्द #govindkesher #CharanGovindG #Marwadi #कविता #Mic