देर से ही से ही सही पर लोट आया बहुत दुर से मगर लोट आया , सुबह के भुले को भुला नहीं केहते शाम होने से पहले ही लोट आया , तेरे निशां जो छुट गये थे पिछे उन्हें ढूंढता ढूंढता लोट आया , कुछ रिश्ते छुटने वाले थे नज़र बहरहाल में फिर लोट आया I'm back ©shahnawaz nazar official #imback #shahnawaznazar #NojotoFamily #nojoto #Love #Poetry #lovepoetry #poeter Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात)