हर्फ दर हर्फ पढ़ना चाहा तुम्हें, पर पढ़ न सकी। ये जो ज़िन्दगी की किताब है, ये किताब सच में ही बड़ी अजीब है, अक्षर ज्ञान तो हो जाता है, पर भाव ज्ञान सबके बस की बात नहीं।। ©Sneh Prem Chand हर्फ दर हर्फ #HeartBook