ईर्ष्या कभी प्यार के कारण होती है, तो कभी तकरार का कारण होती है। कभी अपनों से होती है, कभी अनजाने से भी हो जाती है। कभी कुछ भी ना होने के कारण होती है, कभी सब कुछ होने पर भी कुछ ना होने की कमी से होती है। जब भी वह होती है बस तकलीफ होती है, थोड़ी ज्यादा या थोड़ी कम पर हर इंसान को "ईर्ष्या" कभी ना कभी तो होती है। #ईर्ष्या #jealousy #humanemotions #feelings #yqdidi #yqhindipoetry #yqbaba #yqhindikavita