#5LinePoetry मैंने अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाए रखा हवा के रुख से बुझ ना जाए अपने हाथों से दीपक को बुझने से बचाए रखा भले ही झुलस गई मेरी हाथ की उंगलियाँ राह में आने वालों को अंधेरे से बचाएं रखा ©Dr Manju Juneja #अँधेरोमे #चिराग #जलाए #उम्मीदों #हाथ #जल #हवा #रुख #दीपक #5LinePoetry