बदलते रंग तुम आ कर मुझ से गले मिलो, अपने आलिंगन में मुझे संमा लो, अपने प्यार के रस में घोलकर, एक प्यारा सा सुकून पहुंचा दो, तुम्हारे बिना तड़पती हुई मेरी रूह हा तुझे याद करती है, मेरे गले के आसपास अपने चुंबन का एक प्यारा सा एहसास तो करा दो, ©Diya #बदलते #रंग #दिया #की #कलम #शायरी❤️से