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ए वक़्त ज़रा ठहर के देख ये शाम जो है ढल रही ज़मीन से

ए वक़्त ज़रा ठहर के देख
ये शाम जो है ढल रही
ज़मीन से आसमान मिल रहा
और मंज़र बना है शबनमी
कई रंग तो है बुझे से मगर
रंग प्यार की है खिल रही

ए वक़्त ज़रा ठहर के देख

©paras Dlonelystar #evening #parasd #वक़्त #प्यार  love shayari
ए वक़्त ज़रा ठहर के देख
ये शाम जो है ढल रही
ज़मीन से आसमान मिल रहा
और मंज़र बना है शबनमी
कई रंग तो है बुझे से मगर
रंग प्यार की है खिल रही

ए वक़्त ज़रा ठहर के देख

©paras Dlonelystar #evening #parasd #वक़्त #प्यार  love shayari