जब से जोड़ा है तुमसे दिल का नाता, तुम्हारे सिवा हमें कोई और नहीं भाता। सारा जग बैरी हो गया, अपने भी रूठे, तेरे सिवा हमको कोई नजर नहीं आता। आंखें हरपल ख्वाब तुम्हारे ही सजाती हैं, बंदगी में भी शामिल हो गये हो तुम। सांस-सांस में महकने लगे, दिल की धड़कन बन, दिल में धड़कनें लगें हो तुम। Challenge -48 #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #दिल_का_नाता 👔- सभी लेखक अपनी रचना 4 लाईनों में लिखे । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल सुबह 9 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- धन्यवाद ।। #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine