तेरे ख्वाबों की, मेरी नींदे आशना बन गई है शब्र ए दिसंबर होती बडी़ लम्बी, बिताए कैसे? करवटों का बना रखा है हमनें हमसफर इन तन्हा रातों की कहानी तुम्हें, बताए कैसे? 🐦Awaaz-e-shayari (Imran Hussain) ❤Dilwala ❤anu❤ 81078❤83307❤ दीपक तिवारी Aaruhi singh ( neha) Ritika suryavanshi