चिराग़े मेहफ़िल सजा तो सही, रूख से नक़ाब हटा तो सही जितने शिकवे हैं मिटा दूँगा अभी अब तू फलक से उतर के आतो सही सब की निगाहें मेरी कलम पे टिकी हैं अब तू पन्नाये जिंदगी पलट तो सही लिखता हूँ सोच के हर बार तुझे ये देख अपनो ने सराहा तो सही यू तो मिल जाएगी मुझे भी कोई मंजिल राहों में पेहले जैसा साथ निभा तो सही अपनी कलम से HR B2 PG 10 https://www.facebook.com/harshal123in https://www.yourquote.in/harshal123in #yqbaba#yqdidi #hrbook #shayar_hr #harshal