.... जब इश्क-मोहब्बत की तकड़ी में धन-दौलत, रंग-रूप, इज्जत-शोहरत भी तुलने लगे, शर्तिया समझ लेना जिंदगी बहुत कष्ट-मयी और दुख-मयी बीतने वाली है! ~ बृजेश मेहता