वो जगह जँहा सुकून मिलता है, वो जगह जँहा प्यार का फूल खिलता है, जगह खराब नही होती है सहाब आदमी का मन ख़राब होता है, वरना वो जगह के अकेलापन को नही अपने अकेलपन को देख के रोता है, खुसी से एक बार अपनाया होता उस जगह को, दुख भी दूर हो जाते अगर बताया होता उस वजह को, यू ही नही वो जगह हमे रौनक फरमाती है, वँहा से लौट आने के बाद भी,फ़ौरन बुलाती है, जगह है सहाब कभी बच्चो का खिलोना बन जाती है, कभी बड़ो का घरौंदा बन जाती है, उस नंन्हे कदमो की आहट से वो जगह खुशनुमा बन जाती है, जगह ही तो है सहाब जो सबको याद आती है🙏❤🙏❤🙏❤🙏❤ जगह है सहाब ये सबको सुकून देती है🙏❤🙏❤🙏