अब से तु ऐसा कोई सौदा न कर अपने हालात से समझौता न कर सफर पे क़ायम रह कर देख आगे अभी से उम्मीद पे दिल छोटा न कर कभी कभी मुसलसल जान पड़ती तु उन पलों तक जा कर लौटा न कर जिंदगी तुम्हें भरी आंखों से देखती है मुहब्बत की ज़मीं को अनदेखा न कर अपनी ही उम्मीद से हारना ठीक नहीं कागज़ी सादे दिल पर कोई रेखा न कर अपने हालात से समझौता न कर हालात बदलते रहते हैं। #samjhautankar #collab #yqbhaijan #shahbazwrites #yourquoteandmine #yqtales #yqdiary Collaborating with YourQuote Bhaijan