मेरा कुनबा बस इतना सा था, तुम थे, तुम्हारा सपना सा था, तोड़ के रख दिया उसकी यादों ने मुझे, जो मेरा अपना, बहुत अपना सा था...।। (✍🏻✍🏻मेरे अल्फ़ाज) (kdyadav) ©KD Yadav मेरा कुनबा बस इतना सा था, तुम थे, तुम्हारा सपना सा था, तोड़ के रख दिया उसकी यादों ने मुझे, जो मेरा अपना, बहुत अपना सा था...।। (✍🏻✍🏻मेरे अल्फ़ाज) (kdyadav) कुनबा- परिवार