यहां कतरा भर बूंद भी नहीं मिलता, किसी-किसी को, तो किसी को मिल जाता है पूरा समंदर । तेरे बिन, ज़िंदगी है जहर । तेरे बिन, घूटन है, शामों-सहर । तेरे बिन, वक्त है खंजर । तेरे बिन, मौत है, सांसों का सफर । दीमक की तरह, खा रहा है मुझे, कोई, जैसै- अंदर ही अंदर । #दीमक#नोजोटो