चिड़िया देख रही है उजड़ते चमन को हवाई जहाजो से भरे हुए गगन को जमीन में कंक्रीट का बिछा कर जाल नभचरों का जीना भी कर रहा है मुहाल इंसान इतना बेशर्म, बेहया हो गया है मन से आदिम, बाहर से नया हो गया है ©Kamlesh Kandpal #chidiya