देखा मैनेंअजीब़ खेल किस्मत़ का कितना हेरा फेरी है। वो मुझे गैर समझ रही अब, और मैं कहता हूं तू मेरी है। सुफियान"सिद्दिकी" अररिया बिहार। तू मेरी है.....!