नादान मेरा दिल थोड़ा नादान सा है, ना जाने क्यों छोटी छोटी बातो से डर सा जाता है, केसे समझाऊं इसे कुछ समझ नहीं आता है । वो अक्सर एक हमसफ़र ढूंढा करता है , एक साथ के लिए पक्के विश्वास के लिए । अब कोई और उसे भाता नहीं है, कोई रंग उसे अब समझ आता नहीं है। केसे समझाऊं उसे की किसी को अब फर्क पड़ता नहीं है, तू क्यों दुखी है तेरे बिना मेरा कोई नहीं है । #NojotoQuote नादान सा दिल मेरा #nojotopoetry#nadansadil#sadpoetry