Nojoto: Largest Storytelling Platform

दिल में धक धक दिमाग में हलचल और आंखों में आँसू है,

दिल में धक धक दिमाग में हलचल और आंखों में आँसू है, न जाने ये कैसे तूफान की आहट है।
टूट कर में बिखर सा रहा हूं न जाने किस बात की सजा मैं भुगत रहा हूं।
अब तो चाह कर भी मै उठ नही पाऊंगा न जाने अब मै कैसे जी पाऊंगा, वो जाने वाले परिंदे हो सके तो लौट के आना अपनी चहचहाहट से मुझे फिर से चहकाना। संदीप सिंह राजपूत

#CalmingNature #broken_heart
दिल में धक धक दिमाग में हलचल और आंखों में आँसू है, न जाने ये कैसे तूफान की आहट है।
टूट कर में बिखर सा रहा हूं न जाने किस बात की सजा मैं भुगत रहा हूं।
अब तो चाह कर भी मै उठ नही पाऊंगा न जाने अब मै कैसे जी पाऊंगा, वो जाने वाले परिंदे हो सके तो लौट के आना अपनी चहचहाहट से मुझे फिर से चहकाना। संदीप सिंह राजपूत

#CalmingNature #broken_heart