बहुत दिनों बाद मैंने अपनी डायरी और कलम उठायी लिखने को, लेकिन अचानक से खयाल आया उसका जिसे हमनें बेंतिहा चाहा है सोचा बहुत दिनों बाद मैंने अपनी डायरी और कलम उठायी लिखने को ,कया लिखूँ इस बार उसकी तन्हाई या लोगों का जा़यजा जो हमनें बखूबी जिया है बहुत दिनों बाद..... usha....✍ #Diary_aur_kalam fir se utthaya hai