"उलझा" हुआ सा "संस्कृत" हूं, "तुम" "उर्दू" की "करामात" हो, "मैं" नींद हूं "तुम" ख्वाब हो, "मैं" तारा "तुम" मेहताब हो, "मैं" 'बस "मूंछ" हूं "तुम" इसका "रूआब" हो ,,,,,,,,,,,,,,, मैं बस #मूंछ हूं #तुम इसका #रूआ हो #Shayari #Indianwriters #writersofindia #poetsoIndia #poetrycommunity #igwriters #Nojoto