White मैं लफ़्ज़ों पे नहीं, अमल पे यक़ीन रखता हूँ, तेरी कथनी सुनी, मगर तेरी करनी को देखता हूँ। ख़ूबसूरत हर्फ़ों में जो वादे गढ़े, हक़ीक़त में वो कितने सच्चे, ये परखता हूँ। ज़ुबां से मोहब्बत, पर दिल में फ़ासले, इन मुख़ौटों के पीछे की हक़ीक़त को समझता हूँ। मुझे फ़र्क़ नहीं पड़ता कि क्या कहा तूने, तेरी हर हरकत को मैं आईना समझता हूँ। डॉ दीपक कुमार 'दीप' . ©Dr Deepak Kumar Deep #GoodMorning shayari in hindi shayari love shayari on life sad shayari hindi shayari