ख्वाहिशें पार करा दे वाे पतवार नही बनी अँधेराें में तुम्हें ना ढुंढ़ पाऊं वाे साजिश नहीं मिली खुशी में तुम्हारी तारीफ में बहुत ही बेहतर लिख जाते है गालिब तुम्हे गम में डूबकर लिखूं आंसुआें काे साेख ले वाे रुई ताे नहीं मिली thode emotions ...thodi comedy...thode bd bole hum...fir tashan me aaj hum☺