नाज़ो से बनाये रिश्ते, क्यों मग़रूर हो गए, हवा के हल्के झोंको में, सूखे पत्तों से बिखर गए, कितनी हसरतें थी , निभाने को उन्हें, कुछ पल दूर क्या रहे, हम तो अजनबी हो गए..। disappointed......😏 #kuch#ankahi#batein#zindagi#ka#safar#sayo#ka#dar