रिश्तों में तल्ख़-ए-दरार है तो रफ़ू कर ले बैठ कभी तन्हा, खुद से गुफ़्तगू कर ले डुबा दे ख़ुद को इश्क़ में इस क़दर गहरे कभी तू को मैं तो कभी मैं को तू कर ले = "हुड़दंगी" #फ़ना #Heart