लाजमी है तेरा खुद पर गुरूर करना...... क्युकी........ हम जिसे चाहे वो मामूली भी तो नहीं.. हो सकता..... पसंद तो तू मेरी ही है...... तो फिर तेरे ही गुरूर को लेकर..... शिकायत कैसी....... अपने ही दिल के आगे मजबूर हूं.... तेरे ही प्यार में कैद हूं...।। ©Akriti Singh lajmi hai........by.....A.S. #piano