दिल धड़कता है आंख बहती है, सावन की बारिश आग लगाती है, है तू कहाँ मै तेरे लिए तरसूं यहाँ, ये दूरी दिल में नश्तर चुभोती है। ©सखी #बारिश #दूरी #नश्तर