मेरे इन दोनों हाथों की लकीरों में ना जाने, क्या -क्या लिखा हुआ है , किसी का प्यार भी मिलेगा मुझे,या फिर प्यार में धोखा लिखा हुआ है। किस्मत ने मेरी जिन्दगी में ना जाने , क्या - क्या खेल लिखा हुआ है , धीरे-धीरे पता चल रहा है मुझे,की क्या गलत क्या सही लिखा हुआ है। - देवेंद्र कुमार # मेरे इन दोनों हाथों की लकीरों में