" मेरी तहरीर में - तेरी तस्वीर नजर आयी है , मज़मून का वजूद - कभी यूं भी बदल जाता है ! " तहरीर - लिखावट , मज़मून - लेख , वजूद - अस्तित्व # unconsciously writing about you #