मिलते बिछड़ते रास्ते बेगैरती का शोर है वक्त का कोहरा घना है साज़िशों का दौर है शक नही मुझे उसकी ईमानदारी पर वो तो अपना दुश्मन है ,ये खंजर वाला कोई और है ©Sunil Raniawala #khnjr