मनमोहन तुम लाजवाब बन गए, जीवन के हर सवाल का जवाब बन गए, दिया ज्ञान गीता का तुमने हमें, कान्हा तुम मेरी किताब बन गए, गोपियों कि मुस्कान बन गए, मोहन मुरलिया कि तान बन गए, बाल गोपाल का रूप लिया, कान्हा गोकुल की शान बन गए, मीरा के दिल कि आवाज बन गए, सुदामा कि दोस्ती का नाज़ बन गए, नाचे भक्त जिसकी आवाज़ पे, ऐसा सुरीला साज़ बन गए, #मनमोहन #कृष्णमेरे