Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्यूँ बेसहारा ही खुद सहारा देने वाला जिनके हाथों

क्यूँ  बेसहारा  ही खुद सहारा देने वाला
जिनके हाथों  ने हर कदभ पर सहारा दिया जो हमारी नींद  की खातीर खुद जागते रहे,न जाने कितने आंसू  पीकर भी जिन्होंने  हमे हँसाया।उम्र  का इस मोड पर अब उन्हें  हमारे सहारे के लिये  मोहताज  होना पडे,उनकी आँखो  मे मायूसी और बैबसी हो तो फिर हमारे  इस जीवन  का अर्थ  ही क्या है? बुजुर्गो  को अपनापन सहारा  दे,क्योंकि कल हमे   भी इसकी जरूरत  होगी।

©Jagdish Hurkat
  #tigershroff